राष्ट्रव्यापी हड़ताल का एलआईसी बैंक और डाकघर में व्यापक असर

सीहोर। सीटू और देश के दस बड़े श्रमिक यूनियनों के आह्वान पर बुधवार को एलआईसी बैंक आशा उषा सहयोगिनी कर्मचारियों हाथ ठेला सब्जी विक्रेताओं मजदूर आदि देशव्यापी हड़ताल में शामिल रहे। एलआइसी, डाकघर और बैंकों में कामकाज ठप रहा। देशव्यापी हड़ताल में शामिल हड़तालियों ने कलेक्टोरेट पहुंचकर प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के नाम ज्ञान दिया।

धरना प्रदर्शन के दौरान सीटू जिला संयोजक राजीव कुमार गुप्ता ने कहा कि सरकार दुधारू नवरत्न कंपनियों को बेचकर देश को कंगाल करने पर तुली हुई है जो देश की अर्थव्यवस्था की रीढ़ हैं उन्हें ही बर्बाद किया जा रहा है देश के रेलवे बीएसएनएल बैंक एलआईसी सबको सरकार बेचने पर तुली हुई है भीषण महंगाई भीषण बेरोजगारी से पूरा देश आहत है। बैंक एसोसिएशन के श्री सिसोदिया ने संबोधित करते हुए कहा कि सरकार बैंकों पर भी लगातार हमले कर रही है धन्ना सेठों का बकाया लाखों करोड़ रूपया सरकार वसूल नहीं रही है एवं हमारे वेतन समझौते नहीं किया जा रहा है बैंकों में नई भतीज़् किए जाने की आवश्यकता है बैंकों को मजबूत करने की जरूरत है सरकार प्राइवेट सेक्टर को बढ़ावा देकर देश की बैंकों को तहस-नहस करने पर तुली हुई है। बैंक यूनियन के साथी मनोज ने कहा कि हमें अपनी संयुक्त एकता की ताकत दिखाना आज की जरूरत है आशा यूनियन की राज्य महासचिव श्रीमती ममता राठौर ने कहा कि आशाओं की मांगों को प्रधानमंत्री मुख्यमंत्री दोनों अनसुना कर रहे हैं हमारे सरकारी काम करने के बावजूद सरकारी कर्मचारी का दर्जा व न्यूनतम वेतन 21 हजार नहीं किया जा रहा है यह सब असहनीय है सीटू यूनियन के जिला सहसंयोजक दिनेश मालवीय ने कहा कि हाथ ठेला सब्जी विक्रेताओं की मांगों का निराकरण नहीं हो रहा है खुलेआम थोक सब्जी मंडी में खुदरा सब्जियां बेची जा रही हैं कोई नियम कायदा नहीं है मजदूर हाथ ठेले वालों को प्रधानमंत्री आवास का लाभ नहीं मिल रहा है साथ ही मजदूरों को बैंकों से ऋण मिलना भी दूभर हो गया है सभी सब्जी विक्रेता भारी कर्जे में फंसे हुए हैं हमारी मदद को कोई भी आगे नहीं आ रहा है फड़ शुल्क को भी माफ नहीं किया गया है। फल सब्जी विक्रेता जिला अध्यक्ष साथी राजेश गुप्ता व मैकेनिक यूनियन के जिलाध्यक्ष साथी याकूब कुरैशी अखिल भारतीय जनवादी महिला समिति की जिला महासचिव श्रीमती संतोष प्रजापति ने भी संबोधित किया।

यह है यूनियनों की प्रमुख मांगे
टाउन हॉल पर जन विरोधी नीतियों के खिलाफ एवं सार्वजनिक क्षेत्र के उद्योगों का विनिवेश निजी करण बंद करने, बीएसएनएल को खत्म करने की साजिश रचने,बैंकों से हड़पे लाखों-करोड़ों के बकाया कर्ज की वसूली करने,जनता को राहत देने, जनता के धन से कारपोरेट को रियायत देना बंद कराने, ट्रांसपोर्ट विरोधी नया मोटर व्हीकल कानून रद्द करने, ट्रांसपोर्ट श्रमिकों को न्यूनतम वेतन 21000 पेंशन सामाजिक सुरक्षा का लाभ देने,राज्य परिवहन को पुन: प्रारंभ करने ,महंगाई पर रोक लगाओ बेरोजगारों को रोजगार देने, सभी को सामाजिक सुरक्षा का लाभ देने, बढ़ते संविदा ठेकेदारी करण पर विराम लगाने, श्रम कानूनों को बदल श्रम संहिता बनाने का कदम वापस लेने, मालिकों के हित में श्रम कानूनों को पलटने पर रोक लगाने,सभी श्रम कानूनों पर सख्ती से अमल करने, फिक्स्ड टर्म एंप्लॉयमेंट का कदम वापस लेने, रक्षा रेलवे बीमा क्षेत्र में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश संबंधी निर्णय वापस लेने की मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन किया गया।

प्रधानमंत्री मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन
धरने के के बाद श्रमिक यूनियनों के पदाधिकारी,एलआईसी बैंक आशा उषा सहयोगिनी कर्मचारियों हाथ ठेला सब्जी विक्रेताओं मजदूरों ने  रैली के रूप में  कलेक्टोरेट पहुंचकर डिप्टी कलेक्टर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री कमलनाथ के नाम अपनी मांगों को लेकर ज्ञापन दिया। धरने रैली एवं ज्ञापन में प्रमुख रूप से शुभाद्रा भल्लवी, किरण केथेले, वसु उइके, शीला धुर्वे, हीरामणी, मानंकुवर, रानी कुशवाह,ि सुनीता  राठौर, तिजा उइके, निशा व्यास, संगीता सूर्यवंशी, शकुन पाटील, सावित्रि वर्मा ममता राठौर साथी मौजूद थे।  


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