संयुक्त राष्ट्र ने काेरोनावायरस का संक्रमण रोकने के लिए दुनियाभर में लॉकडाउन किए जाने के बीच संयुक्त राष्ट्र ने कहा है कि सिर्फ कोरोना की वैक्सीन ही एकमात्र उपाय है, जो जिंदगी को फिर से सामान्य बना सकती है।
संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुतेरस ने कहा कि एक सुरक्षित और प्रभावी टीका एकमात्र उपकरण हो सकता है, जिससे लाखों लोगों की जान और अरबों रुपए की बचत हो सकती है। इस साल के आखिर तक यह वैक्सीन तैयार हो सकता है।
अगर वैक्सीन में डेढ़ साल लगा तो सोशल डिस्टेंसिंग का करना होगा पालन:अमेरिकी वैज्ञानिक
अमेरिकी वैज्ञानिकों ने चेतावनी दी है कि कोरोना वैक्सीन आने में अगर डेढ़ साल लगा तो दुनिया को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन 2022 तक करना पड़ सकता है। हार्वर्ड टीएच चैन स्कूल के वैज्ञानिकों ने कहा कि वैक्सीन न होने की स्थिति में भीड़ को जुटने से रोकना होगा। अभी गर्मियां हैं, फिर सर्दियां आईं तो कोरोना का प्रकोप और फैल जाएगा।