भोपाल (सुयश भट्ट). मध्यप्रदेश सरकार के चंबल डीआईजी राजेश हिंगणकर पर कार्रवाई को बीजेपी के पूर्व विधायक रसालसिंह ने दूषित मानसिकता का बताया है। सहकारिता, संसदीय कार्य औऱ् सामान्य प्रशासन विभाग मंत्री गोंविंड सिंह ने इसके पलटवार का जवाब देते हुए कहा है कि रसलसिंह की पीड़ा स्वाभाविक है। उन्होंने साथ ही कहा है कि इन पुलिस अधिकारियों की पदस्थापना रसलसिंह ने अवैध उत्खनन के लिए कराई थी। साथ ही उन्होंने रसलसिंह के परिवार के सदस्य की अवैध उत्खनन जैसे आपराधिक कार्य करने की बात भी कही है। गोविंद सिंह ने पत्र में कहा है कि रसलसिंह के सम्पूर्ण परिवार का इतिहास अपराधों से भरा पड़ा है।
ये लेटर
इससे पहले शनिवार को चंबल संभाग में लगातार हो रहे रेत के अवैध खनन से नाराज सरकार ने शनिवार रात संभाग के आईजी डीपी गुप्ता, भिंड कलेक्टर छोटे सिंह और एसपी नागेंद्र सिंह को हटा दिया। गुप्ता को पीएचक्यू में एडीजी बनाया। उनकी जगह पीएचक्यू में आईजी इंटेलिजेंस मनोज शर्मा को आईजी चंबल बनाया गया । नागेंद्र की जगह एआईजी पीएचक्यू मनोज कुमार सिंह को जिम्मेदारी दी।
कलेक्टर छोटे सिंह को शासन में उपसचिव बनाकर भेजा है। शाजापुर कलेक्टर वीरेंद्र सिंह रावत भिंड के नए कलेक्टर होंगे। वहीं रेशम आयुक्त रवींद्र कुमार मिश्रा को चंबल संभाग का कमिश्नर बनाया गया है। मुरैना के एसपी और कलेक्टर की भी रिपोर्ट मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के पास पहुंची, जिस पर बाद में चर्चा करने के बाद ही निर्णय लिया जाएगा