भोपाल. किडनी की बीमारी की समस्या के चलते भर्ती मरीज की चुपचाप काेराेना जांच करने और रिपाेर्ट पाॅजिटिव आने पर बिना बताए डिस्चार्ज करने का मामला सामने आया है। इस संबंध में सीएमएचओ ने बंसल हाॅस्पिटल काे नाेटिस दिया है। यह जवाब देने तीन दिन का समय दिया गया है।
ग्राहक पंचायत की शिकायत के बाद नोटिस जारी
सीएमएचओ डाॅ. प्रभाकर तिवारी ने यह नाेटिस अभा ग्राहक पंचायत की शिकायत के बाद जारी किया है। संस्था ने सीएमएचओ काे मरीज के परिजनाें द्वारा साेशल मीडिया पर इलाज में लापरवाही की पाेस्ट के आधार पर शिकायत की थी।
क्या है मामला...
हाॅस्पिटल के मैनेजर लाेकेश झा ने बताया कि मरीज की अस्पताल में काेराेना की जांच नहीं कराई गई। मरीज के चेस्ट की सीटी स्कैन रिपाेर्ट में उसे बाई लेटरल न्यूमाेनिया हाेना सामने आया था। उसे कोरोना संदिग्ध मानएम्स रैफर किया था। अस्पताल प्रबंधन ने नाेटिस मिलने से इनकार किया है।
उल्टी- दस्त की शिकायत पर किया था भर्ती
जहांगीराबाद निवासी नवलकिशाेर बाथम काे उल्टी- दस्त की शिकायत हाेने पर परिजनाें ने 17 अप्रैल काे बंसल में भर्ती किया था। नवल के बेटे सतेंद्र बाथम ने बताया है कि अस्पताल वालाें ने गुपचुप पिता का काेराेना टेस्ट कराया था। रिपाेर्ट पाॅजिटिव आई ताे बिना बताए अस्पताल से बाहर कर दिया। यहां से वह पिता काे लेकर एम्स गए। वहां टेस्ट हुआ ताे काेराेना की पुष्टि हुई। परिजनों का कहना है कि हम बिना किसी सुरक्षा के उनके साथ रहे। इससे परिवार के चार और लाेगाें का संक्रमण हाे गया।