Team Indian into the T20 World Cup Final| संपादकीय|: 2003 से यानि बात सौरभ गांगुली के कप्तानी के जवानी के दिन थे। एक बेहतरीन भारतीय टीम लंबे अर्से बाद दुनिया की सभी टीमों को चुनौती देते हुए फाइनल में पहुंच गई थी। उस टीम में भारत के महान दिग्गज, सचिन तेंदुलकर, सौरभ गांगुली, राहुल द्रविड़ जैसे कई बड़े नाम शामिल थे।
भारत फाइनल में हार गया था, तब से अब तक सिर्फ और सिर्फ़ मायूसी का दौर उस शख़्स के हिस्से आया, जिसकी कप्तानी में भारत 2007 World Cup लीग मैच में बांग्लादेश के हाथों बाहर हुआ था। फिर धोनी युग आया, और एक नया इतिहास गड़ा जाने लगा।
उसी दौरान एक शख़्स भारतीय क्रिकेट की तह जानने समझने लोकल ग्राउंड तक पहुंचा और पहले नेशनल क्रिकेट एकेडमी बतौर कोच सेवाएं दी, फिर अंडर 19 के गुरु होने का पद संभाला, उनकी कोचिंग स्किल्स देखकर भारतीय टीम का कोच बनाया गया। इस शख्स का नाम ही राहुल द्रविड़ है।
वर्ल्डकप 2023 की मायूसी ने उन्हें कोच पद पर बने रहने के लिए चाहे मजबूर किया हो, लेकिन उसके लड़ाके वर्ल्ड कप के t20फॉर्मेट के फाइनल में इंग्लैंड को हराकर पहुंच गए हैं। भारत की टीम के लिए ये इतनी बड़ी उपलब्धि है कि इस खुशी ने रोहित शर्मा के अधूरे सपना जो एक घाव सा, जिसे ऑस्ट्रेलिया बैटिंग ऑर्डर ने धराशाही कर दिया था, मरहम के काम आई होगी।
लेकिन इन्हीं सभी हलकों के बीच 90's का वो हीरो आज भी अपने वर्ल्डकप की आस में बैठा है। कभी खिलाड़ी बनकर, कभी गुरू बनकर। देखना यह है कि भारत अपनी इस क्रिकेट की महान दीवार को फेयरवेल में वर्ल्ड कप गिफ्ट कर सकेगा। फिल्हाल ख़बर यही है कि भारत फिर विश्वविजेता की दहलीज पर आ खड़ा हुआ है।
हमसे संपर्क करें..
www.ladaijarihai.page..आप हमें ईमेल ladaijarihai1999@gmail.com भी कर सकते हैं...