भाकपा माओवादी के लेवी के पैसों से अकूत सम्पत्ति बनाने वाले मनोज चौधरी की गिरफ्तारी एनआईए की टीम ने बंगाल के हुगली से कर ली है। मनोज चौधरी पिछले दो साल से फरार था। प्रशासन के नजर से बचके मनोज चौधरी देश के विभिन्न राज्यों में डेरा डाले बैठा था। आखिर कड़ी मशक्कत के बाद एनआईए की टीम को चौधरी की गिरफ्तारी में सफलता मिल ही गयी। बताते चलें कि मनोज चौधरी गिरिडीह जिले के पीरटांड़ प्रखण्ड अंतर्गत भारती चलकरी का निवासी है।
पेशे से ठेकेदारी करने वाला मनोज चौधरी की अकूत सम्पत्ति पर प्रशासन की पैनी नजर दो वर्ष पूर्व उस वक्त पड़ी, जब नक्सल अभियान में पकड़ाए 25 लाख का इनामी नक्सली सुनील मांझी के साथ जब्त किए गए कागजातों को खंगाला गया। 6 मार्च 2018 को एसपी सुरेंद्र कुमार झा के नेतृत्व में छापामारी अभियान के दौरान अकबकीटांड से 25 लाख की इनामी नक्सली सुनील मांझी 15 नक्सलियों की गिरफ्तारी व भारी मात्रा में हथियार बरामद किया गया था। उस अभियान में नक्सलियों के बैग से बरामद कागजातों को जिला प्रशासन द्वारा खंगालने के पश्चात मधुबन के कई जैन संस्था द्वारा लेवी की मोटी रकम मनोज चौधरी को जमा दी जाने का जिक्र किया गया था।